Information About EMI In Hindi, EMI की पूरी जानकारी

10

EMI का नाम आप सभी ने सुना होगा। EMI आजकल की पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी सुविधा बन गई है क्योंकि इसमें आप बिना राशि हुए भी आसानी से किसी भी चीज को खरीद सकते हैं और बाद में फिर अपने सुविधाओं के अनुसार Amount चुका सकते हैं,

यानी कि अगर आपके पास Amount नहीं दिए होंगे तो भी आप चीज खरीद सकते हैं और Amount आने पर उन्हें चुका सकते हैं यह एक बहुत बढ़िया सुविधा है। EMI के बारे में Basic में तो अधिकतर सभी जानते होंगे।

लेकिन क्या आप EMI के बारे में सब कुछ जानते हैं, क्या आपको उसकी अच्छी खासी जानकारी है ?? पक्का आपका जवाब होगा नहीं क्योंकि यह अभी हमारे Country में विकसित तो हो गई है लेकिन इतनी विकसित नहीं हुई जितनी की अन्य देशों में है।

आज मैं आपको बताऊंगा कि EMI क्या है, और इससे जुड़े कुछ सवाल जवाबों के उत्तर भी दूंगा, जाने कि आपको कुछ जानकारियां बताऊंगा।

emi in hindi

EMI क्या है ?? What Is EMI in Hindi ??

EMI की Full Form ‘Equated Monthly Installments’ होती है। यानी कि अगर हम इसे हिंदी में जाने तो यह ‘समान मासिक क़िस्त‘। यानी कि अगर मैं सरल शब्दों में कहूं तो Equated Monthly Installments में जब भी कोई Product या फिर कोई सामान खरीदते हैं तो हमें एक साथ पूरे Amount नहीं देने पड़ते।

हमें मासिक रूप में यानी कि हर महीने के निश्चित किए हुए Amount देने पड़ते हैं जैसे कि अगर कोई सामग्री के लिए हमारे पास पर्याप्त Amount नही है तो हम फिर भी उस सामान को खरीद सकते हैं।

इसके लिए हमें मासिक किस्त देनी पड़ेगी हो सकता है वह क़िस्त कुछ ज्यादा हो लेकिन अगर हमें किसी बड़े सामान को या फिर मिलेंगे समान को करना है तो हमें ऐसा करना पड़ेगा। अधिकतर कंपनियां जो अपने सामान को Equated Monthly Installments पर बेचती है वह कुछ कमीशन एक्स्ट्रा लेती है यानी कि कुछ Amount ज्यादा लेती है।

जैसे कि उदाहरण के लिए आपकी मासिक आय ₹10000 है और आपको कोई ₹40000 की गाड़ी खरीदनी है तो आपकी EEquated Monthly InstallmentsMI ही वह गाड़ी खरीदेंगे। जिसमे हो सकता है आपको 7000 की 5 क़िस्त देनी पड़े। तो ऐसे में Equated Monthly Installments का बहुत Use होता है। तो चलिए अब जानते है EMI के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बाते, जो आपको पता होनी चाहिए..

EMI के बारे में महत्वपूर्ण बातें, Intresting Point Of EMI In Hindi 

कम से कम क़िस्त वाली EMI :-> कम से कम क़िस्त वाली EMI ही सबसे Best होती है क्योंकि EMI की जितनी ज्यादा क़िस्त होती है वह आपसे उतने ही Amount मांगती है यानि कि अगर 10 किस्तों में आप किसी सामान के Amount देते हैं तो ज्यादा Amount देने पड़ेंगे लेकिन अगर वही 20 किस्तों में किसी सामान के Amount देते हैं तो और भी ज्यादा Amount देने पड़ेंगे।

Product का सिलेक्शन सोच-समझकर करें :-> अगर कभी भी कोई भी Product कम दाम पर मिल रहा है या फिर EMI पर अच्छे ऑफर में मिल रहा है तो आप यह नहीं सोचे कि वह Product भी अच्छा ही होगा। ऐसे में आपको ध्यान रखना होगा कि वह Product कैसा है और उसके क्वालिटी कैसी होगी ? क्योंकि EMI का Product की क्वालिटी से और Product से कोई लेना देना नहीं होता।

30 फीसदी से ज्यादा डाउन पेमेंट करे :->   ई लोग बहुत कम डाउन पेमेंट करते हैं जबकि उनके पास Amount भी होते हैं। ऐसे में अच्छा होगा कि आप कम से कम 30 फ़ीसदी से ज्यादा डाउन पेमेंट करें क्योंकि फिर आपको किस्तों में ब्याज कम देना होगा वरना आपको किस्तों में भारी ब्याज देना पड़ सकता है।

क्रेडिट कार्ड जरूरी होगा :-> अगर आप कहीं से या फिर किसी वेबसाइट से कोई ऑनलाइन Product खरीद रहे हैं और आप सोच रहे हैं कि आपको बिना क्रेडिट कार्ड के ऑनलाइन EMI का ऑप्शन मिल जाएगा या फिर इंटरनेट बैंकिंग से ऑप्शन मिल जाएगा तो बहुत ही कम ऐसी वेबसाइट है जो ऐसा ऑप्शन देती है, अधिकतर हमे इसकेे लिए क्रेडिट कार्ड की जरूरत होती है।

Bank का चयन सही तरीके से करे :-> अगर आपकी EMI से कोई सामान ले रहे हैं तो आप को यह भी ध्यान रखना होगा कि आप कौन से बैंक का चयन कर रहे हैं क्योंकि बैंकों का भी EMI में कहीं ना कहीं अधिकार होता है और उनका भी इसमें कमीशन होता है।

ऐसे में आप को ध्यान रखना होगा कि आप कौन से बैंक का चयन कर रहे हैं अपने Product को खरीदने के लिए और उसके क्या लाभ व हानियां हैं।

EMI Kon Deta Hai,Kaise Le (कौन देता है EMI) ??

EMI बैंक देता है इसके लिए आपको बैंक से contact करना होगा और इसके लिए बैंक आपसे कुछ जरुरी कागजात भी लेगा

10 कॉमेंट्स

जवाब दे

अपना कोमेंट लिखे
अपना नाम लिखे

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.